भारत व इंग्लैंड टेस्ट मैच सीरीज 2025
भारत और इंग्लैंड के बीच 2025 में खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी सीरीज क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव साबित हो रही है। यह सीरीज, जो 20 जून से शुरू हुई, अपने रोमांच, रिकॉर्ड्स और शानदार प्रदर्शन के लिए चर्चा में है। इस ब्लॉग में हम इस सीरीज के अब तक के प्रमुख क्षणों, खिलाड़ियों के प्रदर्शन और महत्वपूर्ण आंकड़ों पर नजर डालेंगे।
सीरीज का आगाज और पहला टेस्ट
लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत ने पहली पारी में 210 रन के आसपास स्कोर बनाया, जिसमें शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल की साझेदारी अहम रही। हालांकि, इंग्लैंड ने जो रूट और ओली पोप की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत 5 विकेट से जीत हासिल कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारतीय कोच गौतम गंभीर ने फील्डिंग में कमियों को स्वीकार करते हुए कहा कि ऐसी गलतियां सुधार की जरूरत हैं।
दूसरा टेस्ट: भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
एजबेस्टन, बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने शानदार वापसी की। भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए, जिसमें शुभमन गिल की 269 रनों की मैराथन पारी शामिल थी। गिल एक टेस्ट मैच में 400 रन (पहली पारी में 269 और दूसरी में 161) बनाने वाले पहले भारतीय बने। भारत ने दूसरी पारी 427 रनों पर घोषित की, जिसके बाद इंग्लैंड को 608 रनों का विशाल लक्ष्य मिला। इंग्लैंड की टीम 271 रनों पर ढेर हो गई, और भारत ने 336 रनों से जीत दर्ज की। यह एजबेस्टन में भारत की पहली टेस्ट जीत थी, जिसने 58 साल के सूखे को खत्म किया। मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की गेंदबाजी ने इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया।
तीसरा टेस्ट: लॉर्ड्स में इंग्लैंड की पकड़
लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने फिर से दबदबा बनाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने जो रूट (99*) और बेन स्टोक्स (39*) की नाबाद साझेदारी की बदौलत पहले दिन 4 विकेट पर 251 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों, विशेष रूप से जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा, ने विकेट लेने की कोशिश की, लेकिन रूट की शानदार बल्लेबाजी ने इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इस जीत के बाद इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली।
चौथा टेस्ट: भारत की चुनौती
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथा टेस्ट चल रहा है, जहां भारत ने साई सुदर्शन और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के दम पर वापसी की कोशिश की। हालांकि, इंग्लैंड की मजबूत गेंदबाजी और रणनीति ने भारत को कड़ी चुनौती दी। यह मुकाबला सीरीज के नतीजे के लिए निर्णायक हो सकता है।
प्रमुख खिलाड़ी और रिकॉर्ड्स
शुभमन गिल: भारतीय कप्तान ने इस सीरीज में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। उनकी डबल सेंचुरी और शतक ने उन्हें सुनील गावस्कर के बाद अनोखा रिकॉर्ड बनाने वाला दूसरा भारतीय बनाया।
जो रूट: इंग्लैंड के इस अनुभवी बल्लेबाज ने लॉर्ड्स में 37वां शतक पूरा करने के करीब पहुंचकर अपनी क्लास दिखाई।
रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज: दोनों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी में योगदान दिया, जिससे भारत ने कई मौकों पर वापसी की।