iQOO Z10R रिव्यू: 20,000 रुपये से कम में एक दमदार स्मार्टफोन

हेलो दोस्तों! मैं पिछले कुछ हफ्तों से iQOO Z10R 5G स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहा हूँ और आज मैं आपके साथ इसका रिव्यू शेयर करने जा रहा हूँ। अगर आप 20,000 रुपये से कम कीमत में एक स्टाइलिश, पावरफुल और अच्छे कैमरे वाला फोन ढूंढ रहे हैं, तो ये रिव्यू आपके लिए है। चलिए, देखते हैं कि iQOO Z10R में क्या खास है और क्या कमियां हैं।

पहली नजर में डिजाइन और बिल्ड

जैसे ही मैंने iQOO Z10R को बॉक्स से निकाला, इसका डिजाइन देखकर मैं काफी इम्प्रेस हुआ। मैंने इसका Moonstone कलर वेरिएंट लिया है, जो दिखने में बहुत प्रीमियम और क्लासी लगता है। दूसरा ऑप्शन Aquamarine भी है, जो थोड़ा वाइब्रेंट है। फोन का क्वाड-कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले और सिर्फ 7.39mm मोटाई इसे बहुत स्लिम और हल्का बनाती है। वजन भी मात्र 199 ग्राम है, जिससे इसे एक हाथ से यूज करना आसान है।

प्लास्टिक बैक होने के बावजूद, फोन का फिनिश इतना अच्छा है कि यह प्रीमियम फील देता है। फिंगरप्रिंट्स भी ज्यादा नहीं लगते, जो एक बड़ी राहत है। IP68 + IP69 रेटिंग और मिलिट्री-ग्रेड शॉक रेसिस्टेंस इसे रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए काफी टिकाऊ बनाती है। मैंने इसे कुछ बार हल्का-फुल्का गिराया भी, लेकिन कोई खरोंच नहीं आई। बॉक्स में आपको ट्रांसपेरेंट कवर, 44W चार्जर और USB केबल भी मिलता है, जो आजकल कम फोन्स में मिलता है।

डिस्प्ले: स्मूथ और वाइब्रेंट

iQOO Z10R में 6.77-इंच का क्वाड-कर्व्ड AMOLED डिस्प्ले है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट और 1300 निट्स पीक ब्राइटनेस के साथ आता है। स्क्रॉलिंग, गेमिंग और वीडियो देखने का अनुभव बहुत स्मूथ और शानदार रहा। मैंने नेटफ्लिक्स और यूट्यूब पर कुछ HDR कॉन्टेंट देखा, और कलर्स इतने वाइब्रेंट थे कि मजा आ गया। धूप में भी डिस्प्ले साफ दिखता है, जो बाहर इस्तेमाल करने के लिए बड़ा प्लस पॉइंट है।

हालांकि, अगर आप फुल HD+ डिस्प्ले की उम्मीद कर रहे हैं, तो थोड़ी निराशा हो सकती है, क्योंकि ये FHD+ ही है। लेकिन इस कीमत में इतना वाइब्रेंट और स्मूथ डिस्प्ले मिलना अपने आप में बड़ी बात है।

परफॉर्मेंस: रोजमर्रा के लिए दमदार

iQOO Z10R में MediaTek Dimensity 7400 प्रोसेसर है, जो 8GB या 12GB RAM और 256GB तक स्टोरेज के साथ आता है। मैंने 8GB RAM वाला वेरिएंट यूज किया, और मल्टीटास्किंग, ऐप स्विचिंग और हल्की-फुल्की गेमिंग में कोई दिक्कत नहीं हुई। BGMI और Call of Duty जैसे गेम्स 40-50 fps पर स्मूथ चले, हालांकि ग्राफिक्स को हाई सेटिंग पर रखने पर थोड़ा गर्म होने की शिकायत रही। लेकिन ग्रेफाइट कूलिंग सिस्टम की वजह से फोन ज्यादा गर्म नहीं हुआ।

Funtouch OS 15 (Android 15 पर बेस्ड) का यूजर इंटरफेस काफी रिस्पॉन्सिव है। इसमें AI फीचर्स जैसे AI Note Assist और AI Photo Enhance भी हैं, जो फोटो एडिटिंग और नोट्स लेने में मदद करते हैं। लेकिन एक बात जो मुझे खटकी, वो है ब्लोटवेयर। फोन में कुछ प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स जैसे PhonePe और Snapchat थे, जिन्हें मैंने तुरंत अनइंस्टॉल कर दिया।

कैमरा: अच्छा, लेकिन परफेक्ट नहीं

iQOO Z10R में 50MP Sony IMX882 मेन कैमरा (OIS के साथ) और 2MP डेप्थ सेंसर है। डे-लाइट में फोटोज बहुत अच्छी आती हैं – शार्प, वाइब्रेंट और नैचुरल। 4K वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट भी है, जो इस प्राइस रेंज में बड़ा प्लस है। पोर्ट्रेट मोड में बैकग्राउंड ब्लर अच्छा है, लेकिन एज डिटेक्शन में कभी-कभी गड़बड़ी होती है।

32MP फ्रंट कैमरा भी 4K वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करता है, जो व्लॉगिंग और सेल्फी लवर्स के लिए अच्छा है। लेकिन लो-लाइट में सेल्फी और रियर कैमरा दोनों का परफॉर्मेंस औसत रहा। नाइट मोड थोड़ा मदद करता है, लेकिन नॉइज ज्यादा दिखता है। अगर आप कैमरा-फोकस्ड फोन चाहते हैं, तो शायद आपको दूसरी ऑप्शन्स देखनी पड़ें।

बैटरी और चार्जिंग

iQOO Z10R में 5700mAh की बैटरी है, जो इसकी सबसे बड़ी खासियतों में से एक है। मेरे इस्तेमाल में (सोशल मीडिया, गेमिंग, और वीडियो स्ट्रीमिंग) ये आसानी से डेढ़ दिन तक चली। 44W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट है, लेकिन इतनी बड़ी बैटरी को फुल चार्ज होने में करीब 1 घंटे 10 मिनट लगते हैं, जो थोड़ा धीमा लगा। बायपास चार्जिंग फीचर गेमिंग के दौरान बैटरी को प्रोटेक्ट करता है, जो गेमर्स के लिए अच्छा है।

कनेक्टिविटी और दूसरी खूबियां

फोन में 5G सपोर्ट (Airtel और Jio के साथ), Wi-Fi 6, Bluetooth 5.2, और USB 2.0 है। डुअल स्टीरियो स्पीकर्स की कमी खली, क्योंकि इसमें सिर्फ मोनो स्पीकर है, जो लाउड तो है लेकिन म्यूजिक और मूवीज के लिए औसत है। IP68 + IP69 रेटिंग की वजह से ये पानी और धूल से सुरक्षित है। लेकिन NFC की कमी कुछ यूजर्स को खल सकती है।

कीमत और वैल्यू फॉर मनी

iQOO Z10R की शुरुआती कीमत 19,499 रुपये (8GB + 128GB) है, और बैंक ऑफर के साथ इसे 17,499 रुपये में लिया जा सकता है। 8GB + 256GB मॉडल की कीमत 21,499 रुपये और 12GB + 256GB की कीमत 23,499 रुपये है। इस प्राइस रेंज में इसका मुकाबला Realme P3 Pro 5G और OnePlus Nord CE4 जैसे फोन्स से है। मेरे हिसाब से, अगर आपको बैटरी लाइफ, डिस्प्ले और रोजमर्रा की परफॉर्मेंस चाहिए, तो ये फोन वैल्यू फॉर मनी है। लेकिन अगर कैमरा और साउंड आपके लिए प्रायोरिटी हैं, तो शायद आपको दूसरी ऑप्शन्स देखनी चाहिए।

पसंद आया (Pros)

स्टाइलिश और स्लिम डिजाइन

शानदार 120Hz AMOLED डिस्प्ले

दमदार 5700mAh बैटरी

4K वीडियो रिकॉर्डिंग (रियर और फ्रंट)

अच्छी परफॉर्मेंस और कूलिंग सिस्टम

IP68 + IP69 रेटिंग

अगर आप स्टूडेंट हैं, सोशल मीडिया के लिए फोन यूज करते हैं, या ऐसा फोन चाहते हैं जो दिनभर चलने वाली बैटरी और स्मूथ डिस्प्ले दे, तो iQOO Z10R आपके लिए शानदार चॉइस है। लेकिन अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं या गेमिंग में हाई फ्रेम रेट चाहते हैं, तो शायद आपको दूसरा फोन देखना चाहिए।

मेरा फाइनल वर्डिक्ट: iQOO Z10R एक वैल्यू-फॉर-मनी फोन है, जो 20,000 रुपये से कम में प्रीमियम फील, अच्छी परफॉर्मेंस और लंबी बैटरी लाइफ देता है। कुछ छोटी-मोटी कमियों को नजरअंदाज करें, तो ये फोन अपनी कीमत में एक दमदार पैकेज है।

हरि हर वीरा मल्लू veeramallu movie review release 24 July

 

 

 

“हरी हारा वीरा मल्लू: भाग 1 – स्वॉर्ड बनाम स्पिरिट” की हिंदी समीक्षा के आधार पर, फिल्म को मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिली हैं। यह एक ऐतिहासिक एक्शन-एडवेंचर फिल्म है, जिसमें पवन कल्याण मुख्य भूमिका में हैं, और बॉबी देओल, निधि अग्रवाल, और नरगिस फाखरी जैसे कलाकार सहायक भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म 17वीं सदी के मुगल साम्राज्य की पृष्ठभूमि पर आधारित है और काल्पनिक डाकू वीरा मल्लू की कहानी को दर्शाती है।

 

**सकारात्मक पहलू**:

– **पवन कल्याण का प्रदर्शन**: दर्शकों और समीक्षकों ने पवन कल्याण की स्क्रीन प्रजेंस, लुक्स, और एक्शन दृश्यों की जमकर तारीफ की है। उनके किरदार का परिचय और कुछ एक्शन सीक्वेंस, जैसे कुश्ती और चारमीनार फाइट, को काफी सराहा गया है।

– **संगीत और तकनीकी पहलू**: एम.एम. कीरावानी का बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म का एक मजबूत पक्ष है, जो कई दृश्यों को और प्रभावशाली बनाता है। ज्नान शेखर और मनोज परमहंस की सिनेमैटोग्राफी को भी भव्य विजुअल्स के लिए सराहना मिली है।

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भारत व इंग्लैंड टेस्ट मैच सीरीज 2025

 

 

 

 

भारत और इंग्लैंड के बीच 2025 में खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी सीरीज क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव साबित हो रही है। यह सीरीज, जो 20 जून से शुरू हुई, अपने रोमांच, रिकॉर्ड्स और शानदार प्रदर्शन के लिए चर्चा में है। इस ब्लॉग में हम इस सीरीज के अब तक के प्रमुख क्षणों, खिलाड़ियों के प्रदर्शन और महत्वपूर्ण आंकड़ों पर नजर डालेंगे।

सीरीज का आगाज और पहला टेस्ट

लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत ने पहली पारी में 210 रन के आसपास स्कोर बनाया, जिसमें शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल की साझेदारी अहम रही। हालांकि, इंग्लैंड ने जो रूट और ओली पोप की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत 5 विकेट से जीत हासिल कर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। भारतीय कोच गौतम गंभीर ने फील्डिंग में कमियों को स्वीकार करते हुए कहा कि ऐसी गलतियां सुधार की जरूरत हैं।

दूसरा टेस्ट: भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन

एजबेस्टन, बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत ने शानदार वापसी की। भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए, जिसमें शुभमन गिल की 269 रनों की मैराथन पारी शामिल थी। गिल एक टेस्ट मैच में 400 रन (पहली पारी में 269 और दूसरी में 161) बनाने वाले पहले भारतीय बने। भारत ने दूसरी पारी 427 रनों पर घोषित की, जिसके बाद इंग्लैंड को 608 रनों का विशाल लक्ष्य मिला। इंग्लैंड की टीम 271 रनों पर ढेर हो गई, और भारत ने 336 रनों से जीत दर्ज की। यह एजबेस्टन में भारत की पहली टेस्ट जीत थी, जिसने 58 साल के सूखे को खत्म किया। मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की गेंदबाजी ने इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया।

तीसरा टेस्ट: लॉर्ड्स में इंग्लैंड की पकड़

लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड ने फिर से दबदबा बनाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने जो रूट (99*) और बेन स्टोक्स (39*) की नाबाद साझेदारी की बदौलत पहले दिन 4 विकेट पर 251 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों, विशेष रूप से जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा, ने विकेट लेने की कोशिश की, लेकिन रूट की शानदार बल्लेबाजी ने इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इस जीत के बाद इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली।

चौथा टेस्ट: भारत की चुनौती

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथा टेस्ट चल रहा है, जहां भारत ने साई सुदर्शन और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के दम पर वापसी की कोशिश की। हालांकि, इंग्लैंड की मजबूत गेंदबाजी और रणनीति ने भारत को कड़ी चुनौती दी। यह मुकाबला सीरीज के नतीजे के लिए निर्णायक हो सकता है।

प्रमुख खिलाड़ी और रिकॉर्ड्स

शुभमन गिल: भारतीय कप्तान ने इस सीरीज में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। उनकी डबल सेंचुरी और शतक ने उन्हें सुनील गावस्कर के बाद अनोखा रिकॉर्ड बनाने वाला दूसरा भारतीय बनाया।

जो रूट: इंग्लैंड के इस अनुभवी बल्लेबाज ने लॉर्ड्स में 37वां शतक पूरा करने के करीब पहुंचकर अपनी क्लास दिखाई।

रवींद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज: दोनों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी में योगदान दिया, जिससे भारत ने कई मौकों पर वापसी की।

उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफा देने की पुरी कहानी जानिए

सरकार के संदेश अनसुने विपक्ष से तालमेल और इस्तीफे का दांव धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद छोड़ने की पुरी कहानी

 

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. सूत्रों ने बताया कि धनखड़ और सरकार के बीच लंबे वक्त से मतभेद चल रह…

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है. 21 जुलाई को संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों …

सूत्रों के अनुसार, संसद सत्र शुरू होने से 4-5 दिन पहले संसदीय कार्य मंत्री ने उपराष्ट्रपति को सूचित कर दिया था कि सरकार लोकसभा में न्यायमूर्ति वर्मा क…

इस बीच सरकार की ओर से तीन बार धनखड़ से संपर्क कर अपील की कि जो हस्ताक्षर एकत्र किए जा रहे हैं, उनमें सत्ता पक्ष के सांसदों के हस्ताक्षर भी शामिल किए ज…

कार्रवाई से पहले दिया इस्तीफा’

 

सूत्रों का कहना है कि इसके बाद सरकार की ओर से कोई भी सीधी कार्रवाई होने से पहले ही धनखड़ बिना किसी सूचना के राष्ट्रपति…

इसके अलावा धनखड़ ने मंत्रियों के कार्यालयों में अपनी तस्वीर लगाने और अपनी फ्लीट की गाड़ियों को मर्सिडीज करने के लिए दबाव डाला था. ये घटनाएं सरकार के स…

ऑपरेशन सिंदुर पर संसद में 16 घटें चर्चा, सोमवार से लोकसभा में बहस

 

 

भारत में हाल ही में एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर देशभर में चर्चा तेज़ हो गई है। इस ऑपरेशन की रणनीति, उद्देश्य और इसके राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य परिणामों पर संसद में गहन चर्चा होने जा रही है। लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर 16 घंटे की बहस तय की गई है, जिसकी शुरुआत सोमवार से होगी।

क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा पड़ोसी क्षेत्रों में सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी कार्रवाई और रणनीतिक संतुलन बनाए रखने के उद्देश्य से शुरू किया गया एक व्यापक सैन्य अभियान है। यह ऑपरेशन एक साथ कई मोर्चों पर चलाया गया, जिसमें भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की संयुक्त भूमिका रही। इसका उद्देश्य सीमाओं पर बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों से निपटना और भारत की सामरिक शक्ति का प्रदर्शन करना है

संसद में चर्चा का महत्व

संसद में किसी सैन्य अभियान पर चर्चा होना यह दिखाता है कि लोकतंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को कितना महत्व दिया जाता है। इस बहस में सत्तारूढ़ पार्टी के साथ-साथ विपक्ष भी अपनी राय रखेगा। सरकार की तरफ से ऑपरेशन की पृष्ठभूमि, निर्णय लेने की प्रक्रिया, रणनीति और उसके परिणामों को रखा जाएगा, वहीं विपक्ष सवाल उठा सकता है कि यह कदम कितना आवश्यक था, इससे देश की सुरक्षा और विदेश नीति पर क्या असर पड़ा।

राजनीतिक दृष्टिकोण

यह बहस केवल एक सैन्य ऑपरेशन पर नहीं है, बल्कि यह सरकार की विदेश नीति, कूटनीति, सुरक्षा रणनीति और आंतरिक निर्णय प्रक्रिया की पारदर्शिता का भी मूल्यांकन है। कुछ विपक्षी नेता इसे सरकार की राजनीतिक छवि मजबूत करने की कोशिश बता रहे हैं, जबकि सरकार का कहना है कि यह राष्ट्रहित में उठाया गया कदम है।

जनता की नजर में ऑपरेशन सिंदूर

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर आम जनता में भी काफी उत्सुकता है। सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर इसके बारे में लगातार चर्चा हो रही है। देशभक्ति की भावना के साथ-साथ लोग यह भी जानना चाहते हैं कि इस ऑपरेशन का वास्तविक उद्देश्य और परिणाम क्या हैं।

निष्कर्ष:

सोमवार से शुरू हो रही संसद की 16 घंटे की बहस “ऑपरेशन सिंदूर” पर न केवल देश की सुरक्षा और रणनीति के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगी, बल्कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की परिपक्वता को भी दर्शाएगी। यह चर्चा देश के नागरिकों को जानकारी देने, सवाल पूछने और राष्ट्रहित में निर्णयों की समी

क्षा करने का एक अनोखा अवसर है।

 

 

Apple ipad 11 inch A16 की कीमत डाउन

 

Apple ने iPad 11 (11वीं जनरेशन) लॉन्च किया है। इसका डिज़ाइन हल्का और पतला है। इसमें 11 इंच का Liquid Retina डिस्प्ले है, जो तेज और रंगीन दिखाई देता है।

iPad 11 में Apple का M2 चिप है। यह पहले से तीन गुना तेज है। ऐप्स और गेम्स आसानी से चलते हैं। मल्टीटास्किंग करना भी सरल है।

कैमरे की बात करें तो आगे और पीछे 12MP कैमरा है। वीडियो कॉल में सेंटर स्टेज फीचर चेहरे को ऑटो ट्रैक करता है।

बैटरी पूरे दिन चलती है। एक बार चार्ज करने पर 10 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है।

यह Apple Pencil (2nd Gen) और Magic Keyboard को सपोर्ट करता है। इससे यह पढ़ाई और क्रिएटिव काम दोनों के लिए उपयोगी है।

iPadOS 17 के साथ नया इंटरफेस और मल्टीटास्किंग फीचर्स मिलते हैं। दो-तीन ऐप एक साथ खोल सकते हैं।

भारत में इसकी शुरुआती कीमत ₹49,900 है। यह थोड़ा महंगा है, लेकिन फीचर्स शानदार हैं।

निष्कर्ष: अगर आप पढ़ाई, काम या एंटरटेनमेंट के लिए टैबलेट ढूंढ़ रहे हैं, तो iPad 11 एक दमदार विकल्प है।

Toyota Hilux दमदार 4×4 off-road क़ीमत 30 लाख

 

 

🚙 परिचय

Toyota Hilux को ‘बीड़े का किंग’ कहा जाता है—एक ऐसा पिकअप ट्रक जो भारत में अब EF मोटर (2.8‑लीटर डीज़ल) के साथ और मजबूत बन कर आया है।

🛠️ डिजाइन और एक्सटीरियर

फ्रंट ग्रिल बहुत बोल्ड और ट्रैपज़ॉइडल शेप में लगी है, क्रोम या पियानो ब्लैक विकल्प में मिलती है ।

LED हेडलैंप्स, डेलाइट रनिंग लाइट्स, LED फॉग लैंप्स, और LED टेल-लाइट्स उच्च वेरिएंट्स में लगती हैं ।

मजबूत वाइड व्हील आर्चेज और 17″–18″ अलॉय व्हील्स ऑफ‑रोड वर्जन को स्टाइलिश लुक देती हैं ।

ब्लैक एडिशन में काले अलॉय, ग्रिल और डोर हैंडल मिलते हैं जो लुक को और बेहतर बनाते हैं ।

 

🔋 इंजन और प्रदर्शन

EF मोटर: 2.8‑लीटर डीज़ल, 204 PS पॉवर और 500 Nm टॉर्क (AT वेरिएंट में) ।

6-स्पीड मैनुअल और 6‑स्पीड AT ट्रांसमिशन उपलब्ध हैं।

48V माइल्ड‑हाइब्रिड सिस्टम भी है जो ईंधन दक्षता में 7% सुधार लाता है ।

0–100 km/h स्पीड ~10 सेकंड, मजबूत ब्रेकिंग और धीमी रिलीज़ में भी संतुलित ड्राइविंग।

 

🛋️ इंटीरियर & फीचर्स

प्रीमियम इंटीरियर: डुअल ज़ोन ऑटो AC, 8″ इन्फोटेनमेंट (AT में 12″ भी मिलता है), Android Auto / Apple CarPlay ।

लैदर अपहोल्स्ट्रीटेड सीटें (हीटेड/पावर एडजस्टेबल) उच्च वेरिएंट में मिलती हैं ।

7-एयरबैग्स, व्हीकल स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल स्टार्ट असिस्ट – सुरक्षा फीचर्स पर कोई समझौता नहीं ।

पार्किंग सेंसर, रिवर्स कैमरा, क्रूज़ कंट्रोल, वायरलेस चार्जर आदि एड ऑन फीचर्स।

 

⚙️ स्पेसिफिकेशंस सारांश

माप विवरण

इंजन 2.8 L डीज़ल (204 PS / 500 Nm)
ट्रांसमिशन 6MT, 6AT
ड्राइव 4×4 LD Differential
लंबाई×चौड़ाई×ऊंचाई 5,325×1,855×1,815 mm
व्हीलबेस 3,085 mm
टर्निंग रेडियस 6.4 m
ईंधन टैंक 80 L
पेलोड क्षमता ~470 kg
ब्रेक आगे डिस्क, पीछे ड्रम
सस्पेंशन आगे डबल विशबोन, पीछे रिगिड एक्सेल (लीफ स्प्रिंग)

 

🧠 वास्तविक उपयोगकर्ता अनुभव

कारदेखो पर यूजर रिव्यूज (4.4/5):

> “Perfect सुखद यात्रा, rugged build, mileage high यूपी में 10–12 kmpl”
“Best for camping, off-road, engine smooth, road presence unmatched”

 

इससे स्पष्ट है कि भारत के उपयोगकर्ता इसे ऑफ‑रोड, लॉन्ग ड्राइव और rugged कार्यों के लिए पसंद कर रहे हैं।

✅ प्रो और कॉन

👍 फायदे:

अतुलनीय भरोसेमंद बिल्ड क्वालिटी और टफनेस।

EF इंजन की दमदार परफॉरमेंस और टॉर्क।

लैदर और फीचर‑पैक्ड इंटीरियर।

ऑटोमैटिक, मैनुअल दोनों रहने की सुविधा।

हाइब्रिड टेक्नोलॉजी की मौजूदगी।

👎 कमियाँ:

सख्त सस्पेंशन अनलोडेड यात्रा में खिंचाव दे सकता है (though improved tuning) ।

कुछ प्रतिस्पर्धियों की तुलना में इंटीरियर में कोम्प्लिट मॉडर्ननेस की कमी (जैसे बड़ा टचस्क्रीन या सॉफ्ट टच मैटेरियल)।

लंबा व्हीलबेस शहर की पार्किंग में चैलेंजिंग।

 

💵 कीमत और वैरिएंट्स

STD MT – ₹30.40 Lakh

High MT – ₹37.15 Lakh

High AT – ₹37.90 Lakh

Black Edition – ₹37.90 Lakh (ऑटोमेटिक)

(ऑन‑रोड दिल्ली अनुमानित)

🧭 निष्कर्ष

Toyota Hilux EF मोटर के साथ एक सच्चा ‘कामगार + लाइफस्टाइल’ पेप अप ट्रक बन गया है। इसकी दमदार परफॉरमेंस, ऑफ‑रोड क्षमता, और आधुनिक सुविधाएं इसे भारत में खास बनाती हैं। यदि आपका उपयोग rugged, adventure या heavy-duty का है तो Hilux एक विश्वसनीय साथी है—चाहे MT हो या AT, दोनों ही अपने स्थान पर मजबूत विकल्प हैं।

अगर आप ऑफ‑रोड ट्रिप, निर्माण कार्य, या लंबी यात्राओं के बीच एक भरोसेमंद साथी खोज रहे हैं, तो Toyota Hilux को टेस्ट‑ड्राइव जरूर करें। कुल मिलाकर, EF मोटर के साथ यह वही ‘बीड़ा का असली राजा’ है

सैयारा देख रो पड़ी ऑडियन्स, थिएटर में बेहोश हुई लड़की, चीखने-चिल्लाने लगा था युवक, Viral हुए

देशभर से तरह-तरह के वीडियोज सामने आ रहे हैं. फिल्म का बज इस कदर हो गया है कि ना सिर्फ लोग थियेटर में गानों पर नाच रहे हैं, बल्कि खूब आंसू बहा रहे हैं….

Henley Passport Index में भारत की लंबी छलांग, अमेरिका-ब्रिटेन के पासपोर्ट की रैंकिंग गिरी

Henley Passport Index 2025 के नवीनतम अपडेट में भारत ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है, जो आठ स्थान की छलांग के साथ 85वें से 77वें स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय पासपोर्ट धारकों को अब 59 देशों में वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल सुविधा प्राप्त है, जिसमें थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, केन्या और जमैका जैसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल शामिल हैं। यह सुधार भारत के बढ़ते राजनयिक संबंधों और द्विपक्षीय समझौतों का परिणाम है। हालांकि, अमेरिका, ब्रिटेन, शेंगेन देशों और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के लिए अभी भी वीजा आवश्यक है। दूसरी ओर, सिंगापुर 195 देशों में वीजा-मुक्त पहुंच के साथ शीर्ष पर बना हुआ है, जबकि जापान 193 देशों के साथ दूसरे स्थान पर है। अमेरिका की रैंकिंग 2014 में पहले स्थान से गिरकर 2025 में 9वें स्थान पर आ गई है, जो सात स्थान की गिरावट दर्शाता है। इसी तरह, ब्रिटेन 2015 में शीर्ष स्थान से खिसककर 5वें स्थान पर है। भारत की यह प्रगति वैश्विक गतिशीलता में सुधार और मजबूत अंतरराष्ट्रीय संबंधों का संकेत देती है, जबकि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों की रैंकिंग में गिरावट उनकी घटती राजनयिक पहुंच को दर्शाती है।

एक जुट नहीं है विपक्ष? जयराम दे रहे जगदीप धनखड़ का साथ, विपक्षी सांसदों में बंटी राय

भारतीय विपक्ष की एकजुटता हाल के घटनाक्रमों में सवालों के घेरे में है, खासकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने धनखड़ के अचानक इस्तीफे को अप्रत्याशित बताया और उनके स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि इस्तीफे के पीछे अन्य कारण भी हो सकते हैं। उन्होंने धनखड़ के फैसले पर पुनर्विचार की अपील की और प्रधानमंत्री से उन्हें मनाने का आग्रह किया। यह बयान विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के कुछ नेताओं के रुख से अलग है, जो धनखड़ पर पक्षपात का आरोप लगाते रहे हैं। पहले विपक्ष ने धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था, लेकिन बीजेडी जैसे दलों ने समर्थन नहीं दिया। कुछ विपक्षी सांसदों, जैसे इमरान मसूद और कपिल सिब्बल, ने धनखड़ के साथ अच्छे संबंधों का जिक्र किया, जबकि अन्य ने इस्तीफे को बीजेपी की रणनीति से जोड़ा। यह मतभेद विपक्षी एकता पर सवाल उठाता है, क्योंकि जहां जयराम धनखड़ का समर्थन करते दिखे, वहीं अन्य सांसदों की राय बंटी हुई है। इससे विपक्ष की रणनीति और एकजुटता की कमी उजागर होती है।